आखिरकार हमने लगातार अपनी लापरवाही के चलते देश को एक बार फिर से लॉक डाउन की तरफ ले कर जा रहे है। आखिर क्या ऐसी मजबूरी है जिसके कारण हम अपनी अपने परिवार की और अपने पुरे देश को खतरे में डाल रहे है, जान जोखिम में डाल रहे है । आखिर क्या ऐसी मजबूरी है जिसके चलते हमने अपने साथ पुरे देश में गंभीर आर्थिक संकट पैदा कर दिया है। क्या आपको पता है की लॉक डाउन की वजह से पिछले साल लगभग ११ लाख लोगो की नौकरी चली गयी थी और वे लोग गरीबी रेखा के निचे चले गए है। Source : Moneycontrol.com

क्या अपने कभी सोचा है की किसी आप के लिए रोज अख़बार के नंबर किसी के माता -पिता भाई -बहिन है कभी एक बार शमशान जाकर देखिये, उन रोते बिलखते लोगो को देखिये जिन्होंने अपनों को खोया है। जिन्हे अपने परिजनों को मौत होने के बाद एक बार आखिरी दर्शन भी नसीब नहीं हुए है । कभी सोच कर देखिये उन परिवारों के बारे में जिनका पूरा परिवार ख़तम हो गया और उनके छोटे छोटे बच्चो की परवरिश करने वाला अब कोई नहीं है । अपनी आत्मा पर हाथ रख कर एक बार उनके भविष्य के बारे में सोचिये कि उनकी जिंदगी अब कैसे चलेगी ।
अगर इतना पढ़ने सुनने और देखने के बाद भी आपका दिल नहीं पसीजता है तो एक बार बिना मास्क निकलिये और जरा आपके नजदीकी पुलिस थाने के सामने से बिना मास्क निकल कर देखिये और जब हाथ में २ हज़ार का चालान होगा तो दीजियेगा केंद्र सरकार और राज्य सरकार को गाली। फिर सोशल मीडिया पर एक दो पोस्ट मोदी या फिर आपके राज्य के मुख्यमंत्री जी के विरोध में डाल कर सो जाइएगा।
क्योकि आप को ये बात तभी समझ में आएगी जब आप इस बीमारी कि चपेट में आएंगे, आपकी साँस उखड़ेगी और भगवान नजर आएंगे। और भगवान ना करे कि आपको कुछ हो जाये तो आपके परिवार कि देखभाल कौन करेगा। जरा इस बारे में गंभीरता से सोचिये ।

मंडावा कनेक्ट इस संकट कि घडी में आप सभी लोगो से हाथ जोड़ कर अपील करता है कि आप राज्य सरकार द्वारा बताये गए निर्देशों का पालन करे और सुरक्षित अपने घरो में रहे । ये मुश्किल समय है, बीत जायेगा और जिंदगी फिर मुस्कुराएगी।